Monday, January 27, 2014

शाहाबाद डेयरी में मांगपत्रक अभियान द्वारा जुझारू प्रचार

दिल्‍ली, 27 जनवरी। उत्तर-पश्चिमी दिल्‍ली मज़दूर यूनियन तथा स्‍त्री मज़दूर संगठन द्वारा चलाये जा रहे मांगपत्रक अभियान का दस्‍ता आज सुबह शाहाबाद डेयरी के डी-ब्‍लॉक की झुग्‍गी बस्‍ती में पहुंचा। यहां पर ज्‍यादातर स्‍त्री मज़दूर रोहिणी के विभिन्‍न सेक्‍टरों में कोठियों में बतौर घरेलू मज़दूर काम करती हैं, वह भी मामूली तनख्‍वाह पर। पुरुष मज़दूर आबादी बवाना, बादली के कारखानों, रिक्‍शा, ठेला चलाने, निर्माण मज़दूरी आदि का काम करती है। इस मज़दूर बस्‍ती के हालात बेहद नारकीय हैं--चारों ओर गंदगी, बजबजाती नालियां, यहां वहां पड़े कूड़े के ढेर, लोटते सुअर, और इन सबके बीच इन मज़दूर परिवारों के खेलते हुए बच्‍चे। इस तस्‍वीर से  इनके अकथनीय दुखों-तकलीफों और असहनीय यंत्रणा का पता चलता है।
अभियान के कार्यकर्ताओं ने जब बस्‍ती में पहुंच कर अरविन्‍द केजरीवाल द्वारा झुग्‍गीवासियों को पक्‍के मकान देने, न्‍यूनतम मज़दूरी लागू  करने, सभी श्रम कानूनों को लागू करने आदि वायदों पर अमल करने की याद दिलाने के लिए आगामी 6 फरवरी को दिल्‍ली सचिवालय पहुंचने का आह्वान किया तो उपस्थित व्‍यापक मज़दूर आबादी ने इसका पुरजोर समर्थन किया और अपनी मांगों की समर्थन में मज़दूर एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
इसी मज़दूर बस्‍ती में आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने मांगपत्रक अभियान को बाधित करने की नाकाम कोशिश भी की। वे अभियान के साथियों से कहने लगे कि आप लोग केजरीवाल को समय नहीं दे रहे हैं। इस पर, साथियों ने उन्‍हें विनम्रतापूर्वक बताया कि केजरीवाल मज़दूरों से किए गए वायदों को पूरा नहीं कर रहे हैं, जबकि डेढ़ महीने बीत चुके हैं और केजरीवाल सरकार मज़दूरों से किए गए वायदों को पूरा करने की कोई निश्चित समयावधि भी नहीं बता रही हैं। इसीलिए, मज़दूरों का यह कर्तव्‍य बनता है कि वे 6 फरवरी को दिल्‍ली सचिवालय पहुंच कर सरकार को इन वायदों पर अमल करने की याद दिलाएं। अभियान के साथियों ने यह भी कहा कि आप पार्टी का तो मुख्‍य नारा ही भ्रष्‍टाचार से मुक्ति का है, लेकिन सबसे ज्‍यादा भ्रष्‍टाचार तो श्रम-विभाग में व्‍याप्‍त है, जिससे दिल्‍ली की लगभग 60 लाख मज़दूर आबादी प्रभावित है। इसको खत्‍म करने के लिए भी सरकार ने कोई ठोस आश्‍वासन नहीं दिया है। लिहाजा इन वायदों की याददिहानी के लिए लाखों मज़दूर 6 फरवरी को दिल्‍ली सचिवालय पर पहुंचेंगे, जैसाकि अरविन्‍द केजरीवाल ने भी यह कहा था कि आप हमें इन वायदों की याद दिलाते रहिए।
फिर, स्‍थानीय मज़दूर आबादी ने मांगपत्रक अभियान का समर्थन करते हुए प्रचार कार्य में हिस्‍सेदारी की। इससे 'आप' कार्यकर्ता धीरे-धीरे पीछे हट गए, और अभियान टोली का कारवां आगे बढ़ चला। बाद में, स्‍थानीय लोगों ने मांगपत्रक अभियान में शिरकत करने के लिए व्‍यापक मज़दूर जुटान के लिए बस्‍ती में रात में बैठकें करने पर भी जोर दिया।



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